कौन है साईं सुरिंदर शाह ?
लाखों की भीड़ में ,हर कोई किसी ना किसी भीड़ का हिस्सा बनना चाहता है |
जहां पे जन्म मरण का समय कहा निकल जाता है पता ही नहीं चलता , वहाँ इसी भीड़ का हिस्सा होते हुए भी कोई विरला ही कोई शख़्स होता है जो इन सबसे मुक्त होता है
ऐसा ही हुया ।
चंडीगढ़ से पहले ज़िरकपुर के पास एक गाँव है बाकरपुर उस गाँव में 11 नवंबर 1988 को एक सिख परिवार के घर जन्म लिया एक बेटे ने जिसका नाम बचपन में सुरिंदर उर्फ़ छिंदा रखा गया ।
कहते है बचपन से ही उनका सभाव शांत था चुपचाप रहकर सभी की बात सुनना , माता पिता की बात को ना टालना हमेशा सिर झुका के सुबह शाम उनका कहना मानना | कहते है जब सुरिंदर पाँच साल के हुए तो उनका रुझान भक्ति भाव और लोक कल्याण की तरफ़ बढ़ता देख उनके परिवार वालों ने गोगा माड़ी लेके जाते थे
वहाँ पे इन्हें देख सब हैरान रहते थे की
इतनी सी उम्र में ही संत फ़क़ीरों की ख़िदमत करना , सेवा करना , साफ़ सफ़ाई
यहाँ तक उनकी उम्र के बच्चे खेलते थे तब वो उनको भी आध्यात्मिक ज्ञान देने की कोशिश करते अपने पास बुला के । उनकी इबादत दिन प्रतिदिन बढ़ते देख वो बाकरपुर में ही एक पेड़ के नीचे बैठ के पूजा पाठ करने लगे । वो देखते देखते उनकी संगतों की तादात बढ़ती गई ।
उनके अनुयायी उनके साईं कहने लगे तो
कोई फ़क़ीर कहने लगे वहीं उनका नाम सुरिंदर से
साईं सुरिंदर शाह जी पड़ गया ।
और जहां बैठ कर वो तपस्या पूजा करते थे
विशाल पेड़ के नीचे वहाँ विशाल दरबार उसका नाम
दरगाह शरीफ बाकरपुर नाम रख दिया गया |
पासपोर्ट वाले बाबा क्यों कहते है ?
ऐसा मानना है उनके चाहने वालों का अगर साईं जी एक बार हाथ लगा दे पासपोर्ट पे तो कभी वीज़ा रुकता नहीं हैं ये संगतों का विश्वास है ना की कोई जादू मंत्र ।
अगर किसी को संतुष्टि मिलती है तो क्या समस्या है किसी को , भाव की बात है बस
और आप ख़ुद एक बार जाकर देखे जिनके वीज़ा आये है जिनकी मुराद पूरी होती है ऐसे क्यों भीड़ होगी हज़ारों में नहीं महीने में लाखों लोग दरबार आते है कुछ तो सच होगा |
साईं सुरिंदर शाह किसकी पूजा करते है ?
जहां तक मैंने देखा सुना है वो सिर्फ़ इंसानियत की बात करते है । उनकी बातो में वाहेगुरु , भगवान , अल्लाह सबका ज़िकर होता है फिर एक बात जो हम जैसे हर युवा को उनकी और आकर्षित करती हैं वो कहतेहै-
अपने माँ बाप की इज़्ज़त की करो
किसी से धोखा ना करो
गरीबों की मदद करो
यहाँ तक हर साल 51 ग़रीब लड़के लड़कियों की शादी करवाते है बिना जात पात पूछे किसी की
साईं जी ख़ुद – ग़ुरबानी का पाठ करते है , क़व्वाली करवाते और गाते भी हैं , यहाँ तक की हिन्दु माता रानी के जागरण में भी जाते है
मतलब उनका कोई धर्म जात से नहीं है कुछ लेना देना ।
एक अच्छे इंसान बनो यही कहना है ।
बॉलीवुड के गायक और अभिनेता क्यों जाते है साईं सुरिंदरजी के पास ऐसा क्या है उनके पास ?
अक्सर देखा जाता है बहुत से भारत के कलाकार अभिनेता अभिनेत्री गायक उनके नाम के साथ जुड़ने लग गया है साईं जी को वो अपना आदर्श मानते है आख़िर क्यों ?
ये बात आप सभी अच्छे से जानते है एक Artist की ज़िंदगी में कितना स्ट्रेस होता है दुनिया की भीड़ भाड़ शोर शराबा मतलबी रिश्ते दोस्तों के दौर में , हमेशा इनको तलाश रहती है जो सच्चाई से रूबरू करवाये
अपने आप को समझने की कला सिखाये
फिर चाहे Osho सकून का नाम लिया तो
वहाँ भी आर्टिस्ट सिलेब्रिटी जाते थे 😱
इस पे भी लिख सकता हूँ वैसे 😊 comment करे 😊
छोड़ो 😱
साईं जी बात कर रहा था
ये साईं सुरिंदर जी की बातो में वो एनर्जी है जो की अंधेरे रास्ते में भी रोशनी कर सकती है
साईं सुरिंदर शाह जी की वायरल वीडियो का क्या सच हैं ?
आप ख़ुद सुन लीजिए 👇🏻👇🏻
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model ki video ये वीडियो कहा तक सच है ?
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साईं सुरिंदर शाह से मिलना है तो कब और कैसे मिल सकते है ?
अकसर ये सवाल पूछा जाता है
क्योंकि हम लोग इतना उलझे हुए है इस दुनिया, परिवार , व्यवसाय में की एक एक मिंट बहुत कीमती हैं ।
इतना ही कहूँगा – परिवार के साथ movie देखने भी जाते होंगे आज कल डिनर का भी ट्रेंड हैं
एक बार आप अपने बड़े छोटो के साथ बाकरपुर ज़रूर जाये और हाँ कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता आप साईं जी को माने या ना माने , बस वहाँ व्यवहार पॉस्टिविटी सकून के कुछ पल ज़रूर बिता के आये बहुत सक्कुन कुछ महसूस होगा आपको आपके सारे सवालों का शायद जवाब भी मिल जाये ।
रही बात साईं जी के मिलने की –
वो उनकी मौज हैं दरबार के बाहर ,अंदर या किसी भी रूप में नियत अच्छी लेके जाये शायद आवाज़ लेके ही बुला ले आपको ।